अग्रबन्धु युवामंच
देश, काल और समाज की सेवा में सतत समर्पित अग्रसमाज का युवा संगठन
Friday, November 19, 2010
'निमित्तमात्रं भव सव्यसाचिन'
'
निमित्तमात्रं
भव
सव्यसाचिन
' -
निमित्त
मात्र
होना
अर्थात
दाहिना
हाथ
थक
गया
तो
बाएं
हाथ
से
लड़ने
की
तैयारी
रखना
-
विनोबा
भावे
प्रस्तुति
:
राजकुमार
भक्कड़
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